में मरीजों की बढ़ेगी परेशानी, शुक्रवार से चिकित्सकों का अनिश्चितकालीन हड़ताल
मामले की लीपापोती का प्रयास
बताया जा रहा है कि मामले की लीपापोती का प्रयास चल रहा है. जब 15 सितंबर को शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक को आवेदन दिया, तभी से एक शिक्षक आरोपी शिक्षक को बचाने के लिए एड़ी-चोटी लगाए हुए हैं. सबको मैनेज करने की बात कह रहे हैं. अखबार में खबर नहीं छपे, इसके लिए प्रलोभन भी दे रहे हैं.चार माह से कर रहे छेड़छाड़
शिक्षिका का कहना है कि शिक्षक उमेश प्रजापति उनके साथ चार माह से छेड़छाड़ कर रहे हैं. लोक लज्जा वश शिक्षिका ने बात को दबाए रखा. जब उनकी हरकत बढ़ने लगी, तो उन्होंने इसकी शिकायत हेडमास्टर से की. जब कार्रवाई नहीं हुई और वह शिक्षक हरकत से बाज नहीं आए और 15 सितंबर को अश्लील हरकत करने की सीमा लांघ दी, तो लिखित शिकायत करने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा. शिक्षिका ने रोते-बिलखते कहा कि उन्होंने इसलिए नौकरी ज्वाइन नहीं की थी कि उनका मान-प्रतिष्ठा का हनन हो. इस स्कूल में करीब 300 लड़कियां पढ़ती हैं. यहां अन्य महिला शिक्षिकाओं के साथ भी कुछ ऐसी ही हरकत उस शिक्षक की ओर से की जाती है.कई बार लगा चुके हैं फटकार : प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक का कहना है कि शिक्षिका ने आवेदन दिया है. अत्याधिक कार्यबोझ की वजह से आवेदन को उन्होंने अच्छी तरह से पढ़ा नहीं है. मौखिक शिकायत पर कई बार उस शिक्षक को फटकार लगा चुके हैं और माफी भी मंगवाए हैं.वहीं आरोपी शिक्षक उमेश प्रजापति ने कहा कि उन्होंने गलती स्वीकार कर ली है. सभी शिक्षकों के बीच माफी भी मांग चुके हैं. अब मामला खत्म हो जाना चाहिए. कुछ बातें निराधार हैं.निष्पक्ष जांच के बाद शिक्षा जगत को शर्मशार करनेवाले शिक्षक पर कार्रवाई हो : संघ
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के बाद दोषी पाए जाने के बाद शिक्षा जगत को शर्मशार करनेवाले शिक्षक पर कार्रवाई होनी चाहिए. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री लोकसभा में नारी वंदन बिल पास कर रहे हैं, वहीं शिक्षिका के साथ इस तरह की अश्लील हरकत शिक्षक की ओर से ही किया जाना घोर शर्मनाक बात है. शिक्षिका के साथ संघ पूरी तरह खड़ा है. डीइओ इस पर निष्पक्ष जांच कराएं और दोषी पर कार्रवाई करें. इसे भी पढ़ें -शुभम">https://lagatar.in/shubham-sandesh-impact-social-organizations-met-special-branch-ig-and-expressed-protest/">शुभमसंदेश इंपैक्ट : सामाजिक संगठनों ने स्पेशल ब्रांच के आईजी से मुलाकात कर जताया विरोध [wpse_comments_template]